जन सेवा केंद्र (Common Service Center) योजना डिजिटल इंडिया का हिस्सा है जिसको इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सहयोग से धरातल पर क्रियान्वित किया जा रहा है। इस योजना के तहत जन साधारण को डिजिटल सुविधाओं का लाभ दिलाने जिनमे से कुछ नीचे लिखे हैं
- बैंक से सम्बंधित सुविधाएँ
- मोबाइल / DTH को रिचार्ज करने
- पैन कार्ड के लिए आवेदन करने
- मिनी एटीएम सुविधा
- पासपोर्ट हेतु आवेदन
- GST पंजीकरण हेतु आवेदन
- GST रिटर्न
- रेल ,बस एवं जहाज के टिकट की बुकिंग
- खेतौनी की नकल
- जन्म, मृत्यु एवं निवास प्रमाण पत्र
जन सेवा केंद्र जहाँ नागरिको को सभी प्रकार की डिजिटल सुविधा प्रदान करता है वही नवजवानो को अपना स्वय का केंद्र खोल कर रोजगार का अवसर प्रदान करता है। जन सेवा केंद्र(Common Service Center) खोलने हेतु आप यहाँ क्लिक कर अपना पंजीकरण करा सकते हैं।
सामान्य सेवा केंद्र कैसे संचालित होते हैं?
जन सेवा केंद्र (CSC) का परिचालन मॉडल बड़ा आकर्षक है क्योंकि यह प्रौद्योगिकी, प्रबंधन और जमीनी स्तर की उद्यमिता को जोड़ता है। प्रत्येक केंद्र का प्रबंधन एक ग्राम स्तरीय उद्यमी (VLE) द्वारा किया जाता है, जो समुदाय को विभिन्न सेवाएं प्रदान करने के लिए CSC को चलाता है। CSC को सरकार के विभिन्न पोर्टल का खता बना होता है जिसके माध्यम से VLE विभिन्न प्रकार के प्रमाण पत्र एवं खेतौनी इत्यादि की प्रामाणिक प्रतिलिपि प्रदान कर सकता , वित्तीय लेनदेन इत्यादि भी संचालित कर सकता है।
सीएससी में प्रयुक्त प्रमुख प्रौद्योगिकियाँ
जन सेवा केंद्र (CSC) सेवाएं प्रदान करने के लिए कई तकनीकों का उपयोग करते हैं, आप को ध्यान रखना है कि CSC का संचालन इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा किया जाता है जो ये सुनिश्चित करता है कि CSC को डिजिटल इंडिया मिशन हेतु स्थापित सभी पोर्टल की पहुंच हो। इनमें बायोमेट्रिक डिवाइस, क्लाउड कंप्यूटिंग और मोबाइल एप्लिकेशन शामिल हैं। विभिन्न सूचना प्रौद्योगिकी प्लेटफार्मों का उपयोग यह सुनिश्चित करता है कि सेवाएं कुशलतापूर्वक और पारदर्शी तरीके से वितरित की जाती हैं।
ग्राम स्तरीय उद्यमी (VLE) के लिए प्रशिक्षण और सहायता
VLE को अपने जन सेवा केंद्र (CSC) को सुचारु रूप से चलाने के लिए व्यापक प्रशिक्षण और सहायता प्राप्त होती है। इसमें तकनीकी, प्रशासनिक और विपणन सहायता शामिल है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे अपने ग्राहकों को कुशलतापूर्वक सेवा दे सकें और अपना व्यवसाय बढ़ा सकें। ग्राम स्तरीय उद्यमी (VLE) को सरकार द्वारा संचालित एक 40 घंटे की ट्रेनिंग करनी होती है जिसकी फीस 1300/- है। ट्रेनिंग के पंजीकरण हेतु यहाँ क्लिक करें।
निष्कर्ष: डिजिटल इंडिया को आकार देने में सीएससी की भूमिका
जन सेवा केंद्र केवल सेवा वितरण केंद्र ही नहीं हैं बल्कि वे सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन के उत्प्रेरक हैं, विशेषकर ग्रामीण एवं पिछड़े क्षेत्र। जैसे-जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म विकसित होंगे, सीएससी डिजिटल रूप से सशक्त समाज को आकार देने में और भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। जन सेवा केंद्र लोगो को सुविधा के साथ डिजिटल इंडिया के सपने को सफल बनाने में एक मत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इसके माध्यम से लोग डिजिटल प्लेटफार्म का उपयोग करने के प्रति जागरूक होंगे जो भविष्य के भारत को विकसित देशो की सूची में सम्मिलित कराने के लिए आवश्यक होगा।